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मोकू कहाँ ढूंढें रे बन दे ,मैं तो तेरे पास में

मोकू  कहाँ ढूंढें रे बन दे ,मैं तो तेरे पास में                           (१ ) न तीरथ में न मूरत में न एकांत निवास में , न मन्दिर में न मस्जिद में ,न काबे कैलास में।  मोकू कहाँ ढूंढें रे बंदे मैं तो तेरे पास में।                            (२ ) न मैं जप में न मैं तप में ,न मैं बरत उपास में , न मैं किरिया  -करम में रहता ,न मैं जोग संन्यास में।  मोकू कहाँ ढूंढें रे बंदे मैं तो तेरे पास में।                           (३ ) न ही प्राण में न ही पिंड में ,न हूँ मैं आकाश में , न ही प्राण में न ही पिंड में ,न हूँ मैं आकाश में।  न मैं परबत के गुफा में ,न ही साँसों के सांस में।  मोकू कहाँ ढूंढें रे बंदे मैं तो तेरे पास में।                          (४ )  खोजो तो तुरत मिल जावूँ एक पल की तलाश में ,  कह त कबीर सुनो भई   साधौ   मैं तो हूँ बिस्वास में।  आदि श्री गुरुग्रंथ साहब जी से कबीर जिउ सलोक (१९७ -२०० ) कबीर हज काबे हउ जाइ था आगै मिलिया खुदाइ।  साईँ मुझ सिउ लरि परिआ तुझै किंहीं फुरमाई गाइ।  कबीर हज काबे होइ होइ गइआ केती बार कबीर।   साईँ मुझ महि किआ खता मुखहु न बोलै पीर।  क

Sanjay Nirupam on calling Modi ‘illiterate’: ‘Words I used aren’t undignified, PM isn’t God in a democracy’

काल के प्रवाह में अशेष हो चली नेहरुपंथी कांग्रेस के बचेखुचे भाग के पास अब संजय निरुपम जैसे अपभाषा -भाषी ही बचे हैं। कांग्रेस की अम्मा ने पूर्व में मोदी जी के लिए एक चुनाव सभा में 'हत्यारा 'शब्द का  प्रयोग किया था। लेकिन इन्हें फिर भी माफ़ किया  जा सकता है। ये आज तक भी इस देश की भाषा नहीं जानती न ही शब्दों के संस्कार और उनके ध्वनित अर्थ। लेकिन शेष लोग लालूप्रसाद यादव की तरह धूर्त ही कहे जायेंगे जो जानबूझकर भाषा के साथ मज़ाक करते हुए उसे बिगाडके बोलते हैं और इतराते हैं। असंसदीय को संसदीय भाषा समझते बतलाते और बरती गई भाषा का बचाव करते हैं।  पूर्व में अपने बड़बोले पन और शेष रह गई आईएएस अकड़ के लिए जाने जाने वाले कुख्यात मणिशंकर अय्यर ने गुजरात विधानसभाई चुनाव से पूर्व प्रधानमन्त्री के लिए कहा था 'नीच किस्म का आदमी " इसी 'मीन राशि' के युगपुरुष मनीष तिवारी जी ने देश के सर्वोच्च शौर्य के प्रतीक भारतीय सेना के जनरल के प्रति घिघियाके कहा था -'अरे वो मामूली सरकारी कर्मचारी '.  यूपीए II शासन  में क़ानून मंत्री रहते हुए सलमान खुर्शीद साहब ने अपनी पत्नी द्व